छत्तीसगढ़ के लोग कितना काबिल है भारत में नौकरी करने के लायक?
छत्तीसगढ़ के लोग : निःसंदेह छत्तीसगढ़ के लोग भारत के अन्य राज्यों के लोगों की तुलना में अधिक उर्जावान, सहनशील, शांतिप्रिय और विश्वासपात्र होते हैं। चूँकि छत्तीसगढ़ आदिवासी बाहुल्य राज्य है और इसके अधिकांश भाग जंगल से आच्छादित है इसलिए यहाँ के लोगों को वन संसाधन का सीधा मिलता है।
दो दशक पहले यानि वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण हुआ था। निर्माण के समय यह राज्य अत्यधिक पिछड़ा हुआ था लेकिन अब यहाँ की दिशा और दशा पूरी तरह बदल चुकी है। वर्तमान में औद्योगिकीकरण, तकनीकीकरण व आधुनिकीकरण से छत्तीसगढ़ अछूता नहीं रहा है. यहाँ स्कूल, कॉलेज व शिक्षा संस्थान पर्याप्त उपलब्ध है।
वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ की साक्षरता दर 64 प्रतिशत थी जो आज बढ़कर लगभग 72 प्रतिशत हो गया है। इससे यही मालूम पड़ता है कि छत्तीसगढ़ के लोगों को नौकरी करने लायक पर्याप्त शिक्षा व्यवस्था मुहैय्या कराई जा रही है।
चूँकि छत्तीसगढ़ में जनसंवाद में मुख्य रूप से हिंदी भाषा और छत्तीसगढ़ी बोली प्रयोग की जाती है। यहाँ की विद्यालयीन शिक्षा का माध्यम हिंदी है. अतः यह कहने में दोराय नहीं है कि छत्तीसगढ़ के लोग भारत के अन्य हिंदी भाषी राज्यों में नौकरी करने के लायक हैं।